Shipping all over India on Orders Above ₹299
Add to Wishlist

Karkare ke Hatyare Kaun? Bharat mein aatankvaad ka asli chehra

395.00

राज्य और राज्यविहीन तत्त्वों द्वारा राजनीतिक हिंसा या आतंकवाद का एक लम्‍बा इतिहास भारत में रहा है। इस आरोप ने कि भारतीय मुसलमान आतंकवाद में लिप्त हैं, 1990 के दशक के मध्य में हिंदुत्ववादी शक्‍तियों के उभार के साथ ज़ोर पकड़ा और केंद्र में भाजपा की सत्ता के ज़माने में राज्य की विचारधारा बन गया। यहाँ तक कि “सेक्यूलर” मीडिया ने सुरक्षा एजेंसियों के स्टेनोग्राफ़र की भूमिका अपना ली और मुसलमानों के आतंकवादी होने का विचार एक स्वीकृत तथ्य बन गया | हद यह कि बहुत-से मुसलमान भी इस झूठे प्रोपेगण्डे पर विश्‍वास करने लगे। पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एस.एम. मुशरिफ़ ने, जिन्होंने तेलगी घोटाले का भंडाफोड़ किया था, इस प्रचार-परदे के पीछे नज़र डाली है, और इसके लिए सार्वजनिक क्षेत्र व अपने लम्बे पुलिस अनुभव से प्राप्त ज़्यादातर जानकारियों (शोध-सामग्री) का उपयोग किया है। उन्होंने कुछ चौंकाने वाले तथ्यों को उजागर किया है, और अपनी तरह का पहला उनका यह विश्‍लेषण तथाकथित “इस्लामी आतंकवाद” के पीछे वास्तविक तत्त्वों को बेनक़ाब करता है। ये वही शक्‍तियां हैं जिन्होंने महाराष्ट्र ए टी एस के प्रमुख हेमंत करकरे की हत्या की, जिसने उन्हें बेनक़ाब करने का साहस किया और अपनी हिम्मत व सत्य के लिए प्रतिबद्धता की क़ीमत अपनी जान देकर चुकाई। यह पुस्तक भारत में “इस्लामी आतंकवाद” से जोड़ी गयीं कुछ बड़ी घटनाओं पर एक कड़ी नज़र डालती है और उन्हें आधारहीन पाती है।

10 in stock

Usually dispatched in 2 to 3 days
Safe & secure checkout
SKU: PHM-008
Category:
Tags: ,

SM Mushrif is an ex-Inspector General of Police, Maharashtra, most remembered for exposing the Abdul Karim Telgi fake stamp paper scam. He was directly recruited Dy. Superintendent of Police by the Maharashtra Public Service Commission in 1975; and was inducted in the Indian Police Service in 1981. Mr. Mushrif was awarded President’s Police Medal for meritorious service in the year 1994. He was also awarded D.G.P.’s insignia for outstanding service and has received many commendations from Senior Officers for excellent performance. He took voluntary retirement in October 2005. Presently he is working for the Implementation of the Right to Information Act, 2005, Eradication of corruption by bringing about systematic changes, Communal harmony and the welfare of farmers and the down trodden.

Additional information

Weight 0.42 kg
Dimensions 8.5 × 5.5 × 0.6 cm
ISBN 10

8172210388

ISBN 13

9788172210380

Author/s

former I.G. of Police, Maharashtra, S.M. Mushrif

Publish Year

2024

Pages

368

Language

Hindi

Binding Type

PaperBack

Publisher

Pharos Media & Publishing Pvt Ltd

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Karkare ke Hatyare Kaun? Bharat mein aatankvaad ka asli chehra”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Select the fields to be shown. Others will be hidden. Drag and drop to rearrange the order.
  • Image
  • SKU
  • Rating
  • Price
  • Stock
  • Availability
  • Add to cart
  • Description
  • Content
  • Weight
  • Dimensions
  • Additional information
Click outside to hide the comparison bar
Compare
    0
    Your Cart
    Your cart is emptyReturn to Shop
    ×